मनरेगा मजदूर की मजदूरी हड़पने पर अब महिला ग्राम प्रधान पर कसेगा शिकंजा
गोरखपुर के जंगल कौड़िया ब्लाक के बरियारपुर गांव में मनरेगा मजदूरों की मजदूरी हड़पने के मामले में जिला प्रशासन अब महिला ग्राम प्रधान पर विभागीय कार्यवाही की तैयारी में जुट गया है। विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद महिला ग्राम प्रधान का पॉवर भी सीज किया जा सकता है। डीएम के. विजयेंद्र पांडियन के निर्देश पर सीडीओ हर्षिता माथुर ने विभागीय कार्रवाई का मन बना लिया है।
सीडीओ हर्षिता माथुर ने कहा कि ग्राम प्रधान के पति विकास चंद यादव के खिलाफ चिलुआताल थाने में रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में आरोप सत्य मिले हैं। अब विस्तृत जांच के लिए कमेटी गठित की जानी है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद महिला ग्राम प्रधान के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीडीओ ने कहा कि उनके पास बरियापुर के अलावा कुछ अन्य गांव से भी ऐसी शिकायते मिली है। बताया जा रहा है कि ग्राम प्रधानों ने जबरन मनरेगा मजदूर की मजदूरी से हिस्से लिए। लोगों को लिखित रूप से शिकायत के लिए आगे आना चाहिए। सब पर नजर रखी जा रही है। कोई भी लिखित शिकायत मिली तो जांच करा कर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
असल में मुख्यमंत्री ने 30 मार्च को ही जिले के मनरेगा मजदूरों के खाते में 10 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया मजदूरी भेजी थी। लेकिन बरियापुर के ग्राम प्रधान पति लोगों से मजदूरी की रकम ले ली थी। बरियारपुर गांव के सेना के जवान ने थाने में तहरीर देने के साथ ही सीडीओ को साक्ष्य समेत शिकायत भी की थी। वीडियो में गांव की कुछ महिलाओं ने प्रधान पति विकास चंद यादव पर रुपये लेने का आरोप लगाया था। जिस पर डीसी मनरेगा की जांच में आरोप सही पाए गए थे। इस पर सीडीओ के निर्देश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया था।