सांस अटकी: कोरोना मरीज का स्ट्रेचर तलाश रहा है बीआरडी
कोरोना संक्रमित का शव स्ट्रेचर पर बाहर ले गए थे परिजन बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन के लिए एक स्ट्रेचर गले की हड्डी बन गया है। उस स्ट्रेचर पर हसनैन के शव को तीमारदारों ने आईसीयू से बाहर निकाला था। अब वह स्ट्रेचर प्रशासन को नहीं मिल रहा है। हसनैन की मौत सोमवार को मेडिकल कॉलेज में हुई थी। वह आईसीयू में भर्ती था। कॉलेज प्रशासन को इस बात का अंदाज नहीं था कि मरीज कोरोना संक्रमित है।
कॉलेज प्रशासन ने तीमारदारों को शव निकालने के लिए स्ट्रेचर मुहैया कराया। उसी स्ट्रेचर की मदद से तीमारदारों ने शव आईसीयू से बाहर निकाला। इसके बाद शव को बोलेरो में रखा और बस्ती लेकर चले गए। मंगलवार को आरएमआरसी की रिपोर्ट में कोरोना का संदेह जताने पर बीआरडी प्रशासन ने अस्पताल के सभी स्ट्रेचरों को सैनेटाइज कराया था।
बुधवार को केजीएमयू की रिपोर्ट में हसनैन के कोरोना पॉजिटिव साबित होने के बाद बीआरडी प्रशासन हलकान है। आईसीएमआर व डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के मुताबिक स्ट्रेचर को नष्ट करना है या फिर उसकी पहचान कर उसे अलग कर सैनेटाइज किया जाना है। इसके लिए बीआरडी प्रशासन को स्ट्रेचर की दरकार है। कर्मचारी स्ट्रेचर की तलाश कर रहे हैं। अब तक स्ट्रेचर की पहचान नहीं हो सकी है। गुरुवार को चार वार्ड ब्वॉय स्ट्रेचर की तलाश करते रहे।